भारत के टॉप 10 गेमिंग यूट्यूब चैनल 2025: टोटल गेमिंग की धमाकेदार छाप

भारत के टॉप 10 गेमिंग यूट्यूब चैनल 2025: टोटल गेमिंग की धमाकेदार छाप
भारत के टॉप 10 गेमिंग यूट्यूब चैनल 2025: टोटल गेमिंग की धमाकेदार छाप
  • द्वारा नवीन श्रेष्ठ
  • पर 24 नव॰, 2025

2025 में भारत के गेमिंग यूट्यूब लैंडस्केप का राज एक ही नाम रखता है — टोटल गेमिंग। अजय कुमार, जिन्हें ऑनलाइन अज्जू भाई के नाम से जाना जाता है, अब सिर्फ एक यूट्यूबर नहीं, बल्कि एक संस्कृति बन चुके हैं। 44.4 मिलियन सब्सक्राइबर्स, 4.74 अरब व्यूज और ₹14-15 करोड़ की कमाई — ये आंकड़े किसी गेमर के लिए नहीं, बल्कि एक इंडस्ट्री के लिए अर्थ रखते हैं। उनका चैनल, जिसकी शुरुआत 9 अक्टूबर 2018 को अहमदाबाद से हुई, अब भारत के लाखों युवाओं के लिए दिन की शुरुआत बन गया है।

गेमिंग यूट्यूब का नया नियम: फ्री फायर और बीजीएमआई का राज

2025 का भारतीय गेमिंग यूट्यूब चैनल लैंडस्केप दो गेम्स पर टिका हुआ है — Garena Free Fire और Battlegrounds Mobile India (BGMI)। जब 2021 में PUBG Mobile पर प्रतिबंध लगा, तो यूट्यूब पर एक नया धोखा शुरू हुआ। लेकिन अज्जू भाई ने इस खालीपन को भरने के लिए कोई नया रास्ता नहीं ढूंढ़ा — उन्होंने तो बस अपना फॉर्मूला दोहराया: हाई-एक्शन, जोशीली कमेंट्री, और रोजाना अपलोड।

इसी तरह, टेक्नो गेमर्ज (प्रेस्टीन सिंह) ने 31.9 मिलियन सब्सक्राइबर्स के साथ दूसरा स्थान बरकरार रखा। उनका स्टाइल थोड़ा अलग है — ज्यादा टेक्निकल, कम ड्रामा, लेकिन बेहद विश्वसनीय। उनके वीडियो देखकर एक नौजवान अपने फोन पर गेम खेलते समय बस यही सोचता है: "इतना अच्छा कैसे करता है?"

कैरी और देसी गेमर: अलग-अलग रास्ते, एक ही लक्ष्य

चौथे स्थान पर हैं कैरीइसलाइव (अजेय नागर)। ये वही कैरीमिनाटी हैं जिन्होंने कॉमेडी से शुरुआत की थी। लेकिन उनका गेमिंग चैनल — जिसका बिज़नेस ईमेल [email protected] है — अब अलग एक इंडस्ट्री है। 12.3 मिलियन सब्सक्राइबर्स, 1,082 वीडियो, 1.71 अरब व्यूज — ये सिर्फ नंबर नहीं, बल्कि एक अलग जीवन की कहानी है।

दूसरी ओर, देसी गेमर (अमित शर्मा) की कहानी और भी दिलचस्प है। 16.9 मिलियन सब्सक्राइबर्स के साथ, वह अपने वीडियो में एक अजीब सी अकेलेपन का अहसास देते हैं। उनके वीडियो देखकर लगता है जैसे आप एक दोस्त के साथ बैठकर गेम खेल रहे हों — बिना शोर, बिना जल्दबाजी। उनका ईमेल: [email protected]। ये नहीं कि वो कम बोलते हैं, बल्कि वो बोलने के बजाय दिखाते हैं।

नए नाम, नए रिकॉर्ड: जोनाथन, स्काउट और पायल

अगर आप सोच रहे हैं कि ये सब बड़े नाम हैं, तो आपको ये बात भी पता होनी चाहिए: जोनाथन गेमिंग जिन्हें "भारत का M गॉड" कहा जाता है, 7.3 मिलियन सब्सक्राइबर्स के साथ रिकॉइल कंट्रोल के लिए दुनिया भर में चर्चित हैं। उनके रिएक्शन वीडियो देखकर एक नौजवान अपने गेम कंट्रोलर को फेंकने के बजाय ज्यादा अच्छा खेलने का फैसला कर लेता है।

उनके बाद स्काउट ओपी (तनमय सिंह) — जिनकी खेल की शैली एक आग की तरह है। उनके वीडियो देखकर लगता है जैसे आप एक राइडिंग बाइक के पीछे बैठे हों, जो बिना ब्रेक के टेक्निकल टर्न ले रही है। 5.5 मिलियन सब्सक्राइबर्स के साथ, वो भी अपने तरीके से एक नया स्टैंडर्ड बना रहे हैं।

और फिर हैं पायल गेमिंग (पायल धरे)। 4.5 मिलियन सब्सक्राइबर्स के साथ, वो भारत की टॉप गेमिंग यूट्यूबर्स में से एक हैं जिन्होंने अपने वीडियो में जेंडर बायस को तोड़ दिया। रोजाना रात 9 बजे लाइव स्ट्रीम करती हैं — और उनके वीडियो में एक अलग ऊर्जा है।

दो भाई, एक चैनल: टू-साइड गेमर्स की कहानी

यहां एक ऐसा चैनल है जिसकी शुरुआत दो कजिनों ने की — टू-साइड गेमर्स। रितिक जैन (22) और जश धोका (35)। दोनों की उम्र, अनुभव, और शैली में फर्क है। लेकिन जब वो एक साथ लाइव करते हैं, तो दर्शक बस यही सोचते हैं: "ये दोनों असली दोस्त हैं।"

उनका नेट वर्थ ₹5-7 करोड़ है। ये नंबर कम लग सकता है, लेकिन याद रखें — वो 2017 में शुरू हुए थे, और शुरुआत बाउंस बॉल से हुई थी। आज वो फ्री फायर के लाइव स्ट्रीमिंग में टॉप 15 में हैं। ये कोई अचानक सफलता नहीं, बल्कि धैर्य और लगन की कहानी है।

क्यों ये सब हो रहा है? एक गहरा विश्लेषण

2025 में भारत के गेमिंग यूट्यूब का उत्थान सिर्फ टेक्नोलॉजी का नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव का हिस्सा है। जिस तरह 2000 के दशक में फिल्म और टीवी ने गांवों के बच्चों को शहर की दुनिया से जोड़ा, वैसे ही आज गेमिंग यूट्यूब चैनल एक नए पीढ़ी को जोड़ रहे हैं।

NODWIN Gaming जैसी संस्थाएं अब सिर्फ टूर्नामेंट नहीं, बल्कि एक नए प्रोफेशनल इकोसिस्टम का निर्माण कर रही हैं। उनके द्वारा आयोजित बीजीएमआई टूर्नामेंट्स में अब लाखों दर्शक ऑनलाइन देखते हैं — और उनमें से कई अपने घरों से ही लाइव स्ट्रीम कर रहे हैं।

क्या ये सब स्थायी होगा? Qoruz के अनुसार, भारत में अब 541 असली गेमिंग इंफ्लुएंसर्स हैं। उनका डेटाबेस फरवरी 2026 तक अपडेट होगा। लेकिन एक बात स्पष्ट है — अगर आप अब भी सोच रहे हैं कि गेमिंग "बच्चों का खेल" है, तो आप एक नए युग के बाहर हैं।

भविष्य क्या है?

अगले दो साल में हम देखेंगे कि लाइव स्ट्रीमिंग का दौर कैसे और गहरा होगा। TwitchMetrics के अनुसार, अब दर्शक वीडियो नहीं, बल्कि लाइव कॉमेंट्री और रियल-टाइम इंटरैक्शन के लिए आते हैं। इसलिए अगला बड़ा नाम शायद कोई ऐसा होगा जो अभी नहीं जाना जाता — शायद एक छोटे शहर का लड़का जो अपने घर के बाहर की चारपाई पर बैठकर फ्री फायर खेल रहा है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

टोटल गेमिंग कैसे इतना बड़ा बन गया?

टोटल गेमिंग ने सिर्फ गेमिंग नहीं, बल्कि एक अनुभव बनाया। उनके वीडियो में रोजाना एक्शन, जोश, और अपने दर्शकों के साथ जुड़ाव है। उन्होंने 2018 में फ्री फायर के शुरुआती दौर में शुरुआत की और बीजीएमआई के आने के बाद भी अपना फॉर्मूला नहीं बदला। ये असली सफलता की कहानी है — स्थिरता और लगन की।

क्या भारत में गेमिंग यूट्यूबर्स को पैसा मिलता है?

हां, बहुत पैसा। टोटल गेमिंग का नेट वर्थ ₹14-15 करोड़ है, जो 2022 में ₹8 करोड़ था। ये आय एड्स, स्पॉन्सरशिप, मर्चेंडाइज, और लाइव स्ट्रीम डोनेशन से आती है। ये सिर्फ यूट्यूब नहीं — अब ये एक पूरा बिज़नेस है, जिसमें टीम, एजेंट्स, और प्रोडक्शन यूनिट शामिल हैं।

क्या लड़कियां भी गेमिंग यूट्यूबर बन सकती हैं?

बिल्कुल। पायल गेमिंग जैसी यूट्यूबर्स अब भारत के गेमिंग स्कीन में एक नया मानक बन रही हैं। उनके लाइव स्ट्रीम्स में लाखों दर्शक हैं, जिनमें से ज्यादातर लड़के हैं। ये एक बड़ा सामाजिक बदलाव है — जहां गेमिंग अब सिर्फ पुरुषों का खेल नहीं, बल्कि सबका खेल है।

क्या ये गेमिंग चैनल बच्चों के लिए खतरनाक हैं?

ये सवाल बहुत जरूरी है। लेकिन ज्यादातर टॉप चैनल्स — जैसे टोटल गेमिंग और देसी गेमर — अपने कंटेंट में शिक्षाप्रद और सकारात्मक संदेश देते हैं। वो बच्चों को गेम खेलने के बजाय, टीमवर्क, रिएक्शन टाइम, और धैर्य सिखाते हैं। बस इतना ध्यान रखें कि समय सीमा नियंत्रित रहे।

क्या बीजीएमआई अब फ्री फायर को पीछे छोड़ चुका है?

नहीं। दोनों अभी भी बराबर लोकप्रिय हैं। लेकिन बीजीएमआई अब ज्यादा प्रोफेशनल टूर्नामेंट्स और एस्पोर्ट्स के साथ जुड़ा हुआ है। टोटल गेमिंग और टेक्नो गेमर्ज दोनों चैनल अब दोनों गेम्स पर कंटेंट बना रहे हैं। दर्शकों के लिए ये एक फायदा है — अब उन्हें एक ही गेम पर अटके रहने की जरूरत नहीं।

भविष्य में कौन अगला बड़ा नाम बनेगा?

अगला बड़ा नाम शायद कोई ऐसा होगा जो अभी अज्ञात है — शायद एक छोटे शहर का लड़का जो अपने घर के बाहर की चारपाई पर बैठकर लाइव स्ट्रीम कर रहा है। Qoruz के अनुसार, भारत में 541 गेमिंग इंफ्लुएंसर्स हैं। इनमें से कई अभी छोटे हैं, लेकिन उनकी ऊर्जा और क्रिएटिविटी अगले साल किसी बड़े नाम को टॉप पर ले जाएगी।