अमरूद – स्वास्थ्य के लिए सुपरफूड
अमरूद सिर्फ़ मीठा नहीं, बल्कि एकदम फ़िटनेस बूस्टर है। बाजार में अक्सर मिलने वाला यह हरा‑भरा फल विटामिन C, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है। एक बाइट में आपको कई गुन मिलते हैं – हड्डियां मजबूत, पाचन सुधरे, और त्वचा चमके। अगर आप रोज़ाना एक छोटा‑सा अमरूद खा लेते हैं, तो अचानक हेल्थ सपोर्ट नहीं, बल्कि लगातार ऊर्जा का बढ़िया स्रोत बन जाता है।
अमरूद के पोषण मूल्य और स्वास्थ्य लाभ
अमरूद में 100 ग्राम पर लगभग 68 कैलोरी, 1.5 ग्राम प्रोटीन और 2.5 ग्राम फाइबर होता है। इसका हाई विटामिन C इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है, जिससे सर्दी‑जुकाम कम होते हैं। साथ ही, इसमें मौजूद पोटैशियम ब्लड प्रेशर कंट्रोल में मदद करता है, और फाइबर पेट के लिए अच्छा है, जिससे कब्ज़ दूर रहता है। एंटी‑इन्फ्लेमेटरी गुणों की वजह से जॉइंट पेन या आरथराइटिस वाले लोग भी इसे फायदा उठाते हैं।
सपने में देखे गए एक रिसर्च ने दिखाया कि रोज़ाना दो‑तीन अमरूद खाने से कोलेस्ट्रॉल लेवल कम हो सकता है। इसलिए दिल की बीमारी से बचाव के लिए इसे अपने डाइट में शामिल करना स्मार्ट विकल्प है। अगर आपका लक्ष्य वज़न कम करना है, तो फाइबर‑रिच अमरूद पेट को भरा रखता है, जिससे अनावश्यक स्नैकिंग कम होती है।
अमरूद कैसे चुनें और रख‑रखाव करें
बाजार में अमरूद की कई किस्में मिलती हैं – भारत में आमतौर पर ग्रीन, लाल और पीले रंग के होते हैं। एक अच्छा अमरूद चुनने के लिए तोड़‑फूट वाले दाने या सख़्त सतह देखें। नरम लेकिन फटने वाला नहीं, ऐसा फल हाथ में ले कर हल्का दबाव डालें; यदि हल्का कूदता है तो वह पक चुका है। अगर सतह पर हल्की धुंध या दाग़ नहीं है, तो वह ताज़ा माना जाता है।
घर में रख‑रखाव आसान है। अगर फल पूरी तरह पक चुका है, तो फ्रिज के ड्रॉअर में रख दें, 3‑4 दिन में इस्तेमाल कर लें। हल्का कच्चा फल कमरे के तापमान पर 2‑3 दिन रख सकते हैं, और जब हल्का नरम हो जाए तो फ्रिज में रख सकते हैं। कटे हुए हिस्से को प्लास्टिक रैप या airtight बॉक्स में रखिए, ताकि फॉर्मिंग न हो और विटामिन C संरक्षित रहे।
अमरूद को खाने के कई मज़ेदार तरीके हैं। बस कटा हुआ, दही में मिलाकर स्मूदी बनाएं, या थोड़ा नमक‑भुना करके चटनी जैसा खाएँ। अगर आप मीठी चीज़ पसंद करते हैं, तो अमरूद के टुकड़े को शहद और नाचोनी के साथ मिलाकर डेज़र्ट बना सकते हैं। यहाँ तक कि अमरूद का रस भी घर पर बनाकर पी सकता है – एक गिलास में पानी, थोड़ा नींबू और मीठा मिलाकर ताज़गी का अनुभव मिलेगा।
याद रखिए, अमरूद खानी है तो रोज़ाना एक या दो फल ही पर्याप्त है। ज्यादा खाने से पेट में गैस या ऐसिडिटी हो सकती है, इसलिए संतुलन बनाए रखें। अगर आप डायबिटीज़ के बारे में सोच रहे हैं, तो भी अमरूद एक अच्छा विकल्प है क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स मध्यम है, लेकिन बेकिंग या मीठे साथ नहीं मिलाएँ।
तो अगली बार जब बाजार जाएँ, तो एक टोकरी में अमरूद जरूर ले जाएँ। पोषण, स्वाद और स्वास्थ्य का यह तीन‑इन‑वन पैकेज आपकी दैनिक रूटीन को आसान बनाता है।
