असम: नार्थ ईस्ट एक बार फिर राष्ट्रीय पुरस्कारों में चमक रहा है और इस बार वाटर बुरियल नाम की फिल्म के लिए। पूरी फिल्म को कार्बी आंगलोंग और तवांग में शूट किया गया था जिसमें एलेक्स पिरिंगु, शेरिंग दोरजी, सोनम ल्हामू और शेरिंग पेटन जैसे नए चेहरों को पेश किया गया था।
यह फिल्म येशे दोरजी थोंगची द्वारा लिखित असमिया उपन्यास ‘सबा कोटा मनहू’ से प्रेरित है। पूरी फिल्म की शूटिंग कार्बी आंगलोंग, असम और तवांग, अरुणाचल प्रदेश में हुई है।
फिल्म का निर्देशन शांतनु सेन ने किया था, जो फारूक इफ्ताकर द्वारा सह-निर्मित और संजीव नारायण द्वारा प्रस्तुत किया गया था। एएम टेलीविज़न प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले निर्मित फिल्म ‘वाटर ब्यूरियल’ ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर 67वें राष्ट्रीय पुरस्कार 2021 में पर्यावरण संरक्षण पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीता।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने संजीव नारायण को ‘भारत में फीचर फिल्म श्रेणी में पर्यावरण संरक्षण पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म’ वाटर दफन फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार स्वर्ण कमल मिलने पर बधाई दी।
फिल्म समारोह निदेशालय ने ट्वीट कर पर्यावरण संरक्षण और संरक्षण पर राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाली फिल्मों की सूची साझा की।
छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2019 में वाटर दफन को सर्वश्रेष्ठ पटकथा पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
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